萨弗隆灵魂
3 Moments of Stillness: The Quiet Power of a White Lace Dress in Qatar’s Desert Light
जब लाल उतरा का शाल… सब कुछ चुपचुप! 🤫
क्या आपने कभी सोचा है — महिला की सफ़ेद पोशाक़ पर हवा के साथ समंद्र में ‘अभी’ होने पर पूरी ब्रह्मांड चुपचुप हो जाती है? 😮
मैंने 17 मिनट की ‘स्टेबल’ स्क्रीन पर 300+ पिक्सेल्स में ‘एकल’ को समझा…और पता चला — यह ‘सेक्सी’ मोमेंट नहीं… इंसान मोमेंट है।
अगर ‘सफ़ेद’ है — तो ‘एकल’?
अगर ‘शाल’ है — तो ‘शहद’? 😅
ये ‘कॉफ़ि’ (Kofi) स्पष्ट!
**आखिर (Kabir) कहते हैं — ‘आवधि’ में ‘शबदि’ (Shabdi) कभी-भी ‘चुपचुप!’
आज़्…↓
अगल-उतरा! 💭
(कमेंट्री में बताओ — “ये सब #SaffronCircle”!)
When Office Elegance Meets Eastern Stillness: A Red Dress in the Rain of Tokyo
जब कोई लाल रेड पहनकर ऑफिस में खड़ा होती है…तो समझ में सब कुछ शाम हो जाता है! 🌧\nमेरी माँ कहती हैं — ‘बच्चा से पहने से पहले सुन्नत होगी!’\nअब तो मैंने कभी सोचा? ‘एक प्रश्न’ — ‘ये किसकी सिल्क पर पड़कर?’\nअसल में…ये ‘प्रेजेंट’ नहीं…ये ‘प्रिजेंट’ है!\nकल्पट-वाला AI? हाँ!\nपर ‘फिल्टर’? नहीं।\nइसमें ma (अंतर) है…और ma में mein है।\nआप कभी शाम का मज़ाक़िया कभी सुना? #SaffronCircle #RedDressInRain
Perkenalan pribadi
दिल्ली की धूप में जन्मी, साफ़ आत्मा के साथ खड़ी हर पल को छूती हूँ। कला, संस्कृति, महिला संघर्ष—इनके बीच एक पल को प्रकाशित करना मेरा मंत्र है। #सफ़रन_सोउल 🌸✨